How to take care of rabbits in hindi
ये प्यारे से जानवर बहुत ही क्यूट होते है। वैसे जितना यह दिखने में क्यूट होते है इनकी देखभाल दूसरे पालतू जीव से ज्यादा करनी पड़ती है। इसलिए इसे लाने से पहले एक बार जरूर सोचले। इन्हे चबाना बहुत पसंद होता है इसलिए इन्हे एसी जगह रखे जहां कोई बिजली की तार ना हो। इन्हे लाने से पहले कुछ चीजों की आपको जरूरत होगी। एक बड़ा सा केज लगभग 4-5 फुट का, सुखी घांस जिसे आप केज के नीचे बिछा सके। और आपको केज साफ़ करते समय आसानी हो सके। खरगोश को खाते समय पोट्टी करना पसंद होता है। और इसी का आपको फायदा उठाना है। आपको करना ये है कि एक बॉक्स लेना है 1फीट × 1फीट इसमें आपको खाने वाली घांस डाल देनी है जिसका यह फायदा होगा कि आपके घर में गंदगी कम होगी और सफाई करने में आसानी। खरगोश को खेलना कूदना पसंद होता है इसलिए अपनी मौजूदगी में 2-3 घंटे के लिए उसे खुली जगह छोड़ दे। जहां कोई दूसरा जानवर नहीं होना चाहिए चाहे वो आपका पालतू कुत्ता या बिल्ली ही क्यूं ना हो। खरगोश का दिल काफी कमजोर होता है और जल्दी डर जाता है। जिस कारण उसकी मृत्यु भी हो सकती है।
एक पालतू खरगोश 5-10 साल तक जीवित रह सकता है। अगर उसकी सही से देख भाल करी जाए तो।
जबकि जंगली खरगोश 2-3 साल ही जीवित रहते है। क्योंकि जंगली खरगोश आसानी से जंगली जानवरों का शिकार बन जाते है।
■एक ओसत खरगोश का वजन 1-1.5 किलो तक हो सकता है।
■आकर में आधे फुट तक हो सकता है।
■भारत में सबसे कॉमन है एलबिनो जिसे हम व्हाइट खरगोश कहते है।
■ब्लैक
■ब्राउन
■मिक्स कलर आदि।
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मार्केट में वैसे तो बहुत से रैबिट फूड मिल जाएंगे। जोकि रैबिट की जरूरत के अनुसार बनाए जाते है। जिनमे आपको पेलेटस्ट भी मिल जाएगा। और अगर आप मार्केट फूड नहीं देना चाहते तो आप उन्हें कुछ चीजें दे सकते जो कि आसानी से आपके घर पर मिल जाएंगे।
■सेब
■केला
■स्टेबरी
■गाजर
■बंद गोभी
■टमाटर
■ब्रोकली
■गोभी
■तरबूज (बिना बीज के)
■ताजी हरी घास
■मिक्स पेलेट्स
■भुट्टा
■दूध दही से बनी चीजें
■बिस्कुट
■अवेकैडो
■प्याज
खरगोश को ब्रीड कराने से पहले डिसाइड करले की आप ब्रीड क्यों करना चाहते है। क्यूंकि खरगोश को ब्रीड कराना आपका काम बढ़ा देगा। अगर आप पैसे कमाने के बारे में सोच रहे है तो ब्रीड कराने से पहले किसी पेट शॉप ओनर से इस बारे में बात कर ले क्यूंकि मार्केट में बहुत से लोग है जो खरगोश को ब्रीड कराते है। और खरगोश के मीट की मांग बहुत से देशों में है। और इसी कारण मार्केट में खरगोश की कमी नहीं है। कई बार हम ब्रीड तो करा लेते है लेकिन जब संख्या में ज्यादा हो जाते है तो हम उन्हें जंगलों में छोड़ देते है और किसी जंगली जानवरों द्वारा उनका शिकार कर लिया जाता है।
■कभी भी रैबिट को सेम ब्लड लाइन से ब्रीड नहीं करानी चाहिए। जैसे सिस्टर ब्रदर, फादर डोटर आदि
■एक नोर्मल रैबिट 6-7 महीने में ब्रीड के लायक हो जाता है।
■ब्रीडिंग से पहले आपके पास दो अलग अलग केज या बॉक्स होना चाहिए। ताकि बच्चे देने के बाद फीमेल बच्चो की सही से देख रख कर सके।
■हमेशा एक हैल्थी पेयर को ही चुने ताकि बच्चे भी हैल्थी पैदा हो सके।
■आप मेल फीमेल को कुछ घंटे के लिए एक साथ छोड़ दे और उनपर नजर बनाए रखे। और ऐसा तीन से चार दिन तक करें।
■14-15 दिनों में आप देखोगे की फीमेल थोड़ी बड़ी और मोटी लगेगी।
■फीमेल रैबिट 30-35 दिन के बीच कभी भी बच्चे दे सकती है। इस बीच मेल को फीमेल से दूर ही रखे।
■बच्चे देने से पहले आपको बॉक्स या केज में सुखी खास बिछा देनी है। ताकि बच्चे सेफ रहे।
■और इस दौरान फीमेल को हंथो से ना पकड़े और ना ही परेशान करे।
■बच्चे देने के बाद डेली चेक करे। और अगर कोई डैड है तो उसे हटा दे।
■बच्चे देने के बाद फीमेल की डाइट का विशेष ध्यान रखें।
■कुछ ही दिनों में बच्चे बड़े हो जाते है और केज में गंदगी ज्यादा होती है। इसलिए समय समय पर केज की सफाई करते रहे।
■7 हफ्तों में बच्चे बड़े हो जाते है। और खुद खाने लगते है। इस समय बच्चो को फीमेल से अलग कर देना चाहिए।
Thanks
Written by Ankit
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